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    जयपुर। ओकेप्लस समूह व रोटरी क्लब जयपुर पिंकसिटी के तत्वावधान में 22 गोदाम सर्किल स्थित श्रीराम मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत ज्ञानयज्ञ समारोह के तीसरे दिन वृंदावन श्रीधाम डाॅ. निधि तैलंग ने कहा कि बिना परिश्रम के धन कमाना पाप है जीवन में पारदिर्शता होना बहुत जरूरी है और जीवन खुली किताब होनी चाहिए, उसी को पारदिर्शता कहते है। उन्होंने कहा कि परिवार का आधार प्रेम है और निजी जीवन को पवित्र रखिए तभी परमात्मा की प्राप्ति जीवन को पवित्र रखिए तभी परमात्मा की प्राप्ति हो सकती है। अजामिल कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि संतान का लालन पालन होश से होना चाहिए। आज के माता-पिता बच्चों के मोह में अंधे होते जा रहे है। इसी कारण आज के बच्चों को सही मार्ग नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि अहंकार से परमात्मा नहीं मिलता है। व्यक्ति के अपने ही कर्म जीवन को स्वर्ग व नरक बनाते है। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी को भक्ति निश्काम भाव से करनी चाहिए। निष्काम भाव से की गई भक्ति सदैव कारगर होती है।
समारोह के आयोजक एवं ओकेप्लस समूह के चेयरमैन श्री ओमप्रकाश मोदी ने बताया कि गुरूवार नन्दोत्सव मनाया जायेगा।     शुक्रवार, 21 नवम्बर को श्री कृष्ण बाललीला एवं गोवर्धन पूजा पर कथा होगी तो शनिवार 22 नवम्बर को उद्धव चरित्र, कंस वध एवं रूक्मिणी विवाह प्रसंग पर व्याख्यान दिए जाएंगे । रविवार 23 नवम्बर को सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष, शुकदेव विदाई के साथ कथा को विश्राम दिया जाएगा । भागवत कथा रोजाना दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक होगी।
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HINDU ASTHA

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