स्वयंसेवकों ने विजयादशमी उत्सव एवं संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर किया पथ संचलन।
कानोता। नया बगराना में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने 100वें स्थापना दिवस पर एक भव्य पथ संचलन का आयोजन किया।
यह हमारा शोभाग्य है कि हमें महाकुंभ महा पर्व कि तरह संघ का शताब्दी वर्ष देखने का शुभ अवसर मिला ।सामाजिक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध
संघ ने स्पष्ट किया कि शताब्दी वर्ष का उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। ‘पंच परिवर्तन’ के माध्यम से पर्यावरण, सामाजिक एकता, आत्मनिर्भरता और पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ नागरिकों में जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित किया जाएगा। यह आयोजन समाज के हर वर्ग को जोड़ने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का एक प्रयास होगा। नया बागराना में विजयदशमी शस्त्र पूजन एवं पथ संचलन निकाला गया जिसमें संख्या स्वयंसेवकों की संख्या 93 रही एवं हिंदू समाज की संख्या लगभग 150 रही आज के इस कार्यक्रम में श्रीमान डॉ वीरेंद्र कुमार जी नगर सह कार्यवाह केशव नगर बस्सी जिला का बौद्धिक प्राप्त हुआ डॉक्टर साहब ने विजयदशमी के उत्सव पर विजयदशमी एवं शस्त्र पूजन की महत्वता पर बौद्धिक दिया जिसमें विभिन्न युगों जैसे सतयुग त्रेता युग , द्वापर युग कलयुग में नवरात्रा के महत्व एवं विजय दशमी की महतता को बताया डॉक्टर साहब द्वारा संघ के स्थापना और उसके लक्ष्य एवं संघ के 100 वर्ष के स्वर्णिम काल में आईं विभिन्न संघर्षों एवं चुनौतियां का सामना करते हुए हिंदू समाज को कैसे एक माला में पीरोया जा सकता है उसपर प्रकाश डाला एवं पांच परिवर्तन के बारे में भी पाथेय प्रदान किया उसके बाद में पथ संचलन निकाला गया जिसमें जगह-जगह हिंदू समाज के द्वारा पुष्प वर्षा और भारत माता की उद्घोष के साथ संचलन में चलित स्वयंसेवकों का उत्साह वर्धन किया

