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        जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गुरु पूर्णिमा (12जुलाई) पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी है।  उन्होंने कहा कि किसी भी समाज को शिक्षित, संस्कारित और ऊर्जावान बनाने में शिक्षकों की सकारात्मक भूमिका होती है। भारत ने सदियों से गुरु को ईश्वर के समान पूजनीय माना है और ये संस्कार आज भी प्रासंगिक हैं।  हमारे यहां गुरु शिष्य परम्परा के साथ ज्ञान का अथाह भण्डार भावी पीढ़ी को सौंपा जाता है। युवा पीढ़ी को जिम्मेदार और योग्य नागरिक के रूप में ढालने के लिए भी माता-पिता से अधिक गुरु का योगदान स्वीकार किया गया है। इस दृष्टि से आज भी गुरुजनों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। राजे ने गुरुओं के प्रति श्रद्घा भाव और सम्मान बनाए रखने की अपील की है ताकि ज्ञान और संस्कारों की धरोहर की रक्षा की जा सके।


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