.

बीकानेर। सांख्यिकी प्रणेता कपिल मुनि की तपोस्थली कोलायत में हजारों श्रद्घालुओं ने पवित्र कपिल सरोवर  में डुबकी लगाई ओर अपने-अपने सामथ्र्य अनुसार दान पुण्य किया। मेले के कारण तहसील मुख्यालय पर  दिनभर भक्तजनों का आवागमन बना रहा। शाम को हुई दीपमाला की झिलमिलाती छटा से आमजन को अपनी  ओर आकर्षित किया। पांच दिवसीय कोलायत मेले में हजारों श्रद्घालुओं ने कपिल सरोवर में स्नान किया।  तड़के से ही स्नान का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा। सरोवर के प्रमुख घाटों पर नहाने  वालों की भीड़ रही। मेले की वजह से स्थानीय सभी धर्मशालाएं, मठों, आश्रमों में रौनक बनी हुई थी। कपिल  देव मंदिर, गंगाजी मंदिर, पंचमंदिर सहित अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना की तथा गरीब लोगों को वस्त्र, भोजन,  नगदी एवं अन्य खादी सामग्री वितरित की। वहीं गायों को गुड़-घास खिलाया गया। मान्यताओं के अनुसार  कार्तिक शुदि पूर्णिमा को कपिल मुनि ने यहां पर तपस्या की थी। इसी तपोस्थली पर सिख समुदाय के प्रथम  गुरु नानक देव भी आये थे ओर उन्होंने सरोवर में स्नान करने के बाद प्रवचन किया था। इसी के चलते बड़ी  तादाद में सिख समुदाय के लोग भी गुरु नानक जयंती पर मेले में आये ओर कपिल सरोवर में स्नान करने के  बाद गुरुद्वारा में मत्था टेका। गुरुद्वारे में दिनभर गुरु वाणी-शबद कीर्तन होते रहे। चप्पे-चप्पे पर खाने पीने,  कपड़ों व अन्य सामग्रियों की दुकाने सजी हुई थी। इस बार मेले में शहरी लोगों की बजाय ग्रामीणों विशेषकर  महिलाओं की संख्या अधिक देखी गयी। ग्रामीणों ने आवश्यकतानुसार वस्तुओं की खरीददारी की।  मंदिरों-आश्रमों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठïान, हवन आदि किए गए वहीं धर्मशालाओं में भजन कीर्तन के  कार्यक्रम चलते रहे। साधु संतों के डेरों पर धुणे जलते रहे। सरोवर के सभी 52 घाटों सहित इर्दगिर्द बने  धार्मिक स्थलों, मुख्य बाजार, राजस्व तहसील प्रांगण, रोडवेज बस स्टैण्ड, निजी बस स्टैण्ड सहित अन्य मार्गों  पर चहल पहल बनी रही। कपिल मुनि मंदिर, गंगाजी मंदिर में दर्शनों के लिए भक्तों की कतारे लगी। कपिल  मुनि मंदिर में तो हालात ये थे कि दर्शन हेतु लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता था। स्थानीय दम्मणियों के  मंदिर में सिंहस्थल पीठाधीश्वर क्षमाराम जी महाराज के सान्निध्य में चल रही नवाह्नï पारायण का श्रवण बड़ी  तादाद में भक्तों ने किया। वहीं श्रद्घालुओं ने दोनों में दीपक रखकर सरोवर में प्रवाहित किया।
Axact

HINDU ASTHA

हमारी कोशिश आपको सही बात पहुंचाने की है .

Post A Comment: