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कोटपूतली। कस्बे के निकटवर्ती ग्राम नारेहड़ा में विगत पांच दिनों से जारी संगीतमय श्रीमद भागवत कथा सप्ताह में सोमवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्म की सजीव झांकी सजाई गई। इस अवसर पर कथा वाचक महाराज ने सूर्यवंश का वर्णन करते हुए भगवान श्रीरामचन्द्र के अवतार के बारे में बताया। उन्होने कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरूषोत्तम थे। जो हर कार्य संयम धारण कर रिती निति व मर्यादा के अनुसार करते थे। भगवान राम के जीवन से पूरे भारतवर्ष को एक अच्छे पुत्र,पति,पिता व एक आदर्श राजा के गुणों का उदाहरण मिलता है। हमें भी इस कलयुग में इन सदगुणों को अपनाकर अपने जीवन का कल्याण करना चाहिये। उन्होने भगवान राम के पराक्रम व वंश के बारे में भी विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि चन्द्रवंश में भगवान राम के बाद श्रीकृष्ण जी ने अवतार लिया था। जो भगवान विष्णु के ही अवतार थे। महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म का संगीतमय वर्णन किया। साथ ही जन्म चित्रण की सजीव झांकी भी सजाई गई। बडी संख्या में माताओं व बहिनों ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के भजन भी गाये एवं श्रद्वालू भाव विभोर हो उठे। इस अवसर पर अन्नकुट प्रसादी का वितरण भी किया गया। मंगलवार को कथा में श्रीकृष्ण रूकमणी विवाह का वर्णन किया जायेगा। जिसके बाद भागवत आरती व प्रसादी का वितरण होगा।
फोटो-केटीपी डी-भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण की सजीव झांकी सजाई गई।
 बाद से ही खुलेगी। जिला कलेक्टर का यह आदेश आगामी शीत कालीन अवकाश के शुरू होने तक जारी रहेगा।
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HINDU ASTHA

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