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बीकानेर। विक्रम संवत का नव संवत्सर 2072 चौत्र प्रतिपदा से शुरू हुआ। इसके साथ ही नवरात्रा पर्व भी शुरू हो गया है।  नव संवत्सर पर आज घरों में साफ-सफाई कर मां दुर्गा की अराधना की गई। विभिन्न संगठनों की ओर से भी शहर में  अनेक कार्यक्रम आयोजित हुए। देर रात तक शहर के विभिन्न चौक व चौराहों पर केसरिया ध्वज लगाये गये। राजनैतिक  व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने मुख्य बाजार, चौक व चौराहों पर राहगीरों को रोककर तिलक  लगाया और मिश्री, नीम की पत्तियों व कालीमीर्च का प्रसाद वितरण किया। शहरवासियों को नव संवत्सर की शुभकामनाएं   देने के लिए बैनर लगाए गए।  घरों व मंदिरों  में शुभ मुहर्त के साथ माता की धूपबत्ती, दीपक, नारीयल व फूलमाला से  पूजा अर्चना कर घट स्थापना की गई। नव संवत्सर पर  भाजपा नयाशहर मण्डल की ओर से जेलरोड स्थित धनीनाथ  गिरीमठ पंचमंदिर के सामने नगर वासियों को तिलक लगाया गया। नीम, मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया। इस  अवसर पर रंगोली सजाई गई व केसरिया ध्वज पताकाएं लगाई गई। मण्डल अध्यक्ष हनुमानसिंह चावड़ा ने बताया कि इस  अवसर पर भाजपा नेता मोहम्मद रमजान अब्बासी, सुरेन्द्र भार्गव, नरेश नायक, रामचन्द्र सोनी सहित बड़ी संख्या में  कार्यकर्ता मौजूद थे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से नगरवासियों को नवसंवत्सर की शुभकामनाएं दी गई।  मुख्य बाजार कोटगेट पर राहगीरों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। सादुलसिंह सर्किल पर भाजपा के युधिष्ठरसिंह  भाटी, अशोक शर्मा, पंकज गहलोत व अयुब कयामखानी ने राहगीरों का तिलक लगाकर व मिश्री से मुंह मीठा करवाकर  नववर्ष की शुभकामनाएं दी। भाजपा जस्सूसर मण्डल की ओर से पूगल रोड पर नव संवत्सर पर्व धूमधाम से मनाया गया।  मण्डल अध्यक्ष विजय आचार्य ने बताया कि लोगों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया व प्रसाद वितरण का आयोजन  हुआ।  मुख्य मार्गों पर केसरिया ध्वज फहराये गये। आचार्य ने बताया कि शाम 4 बजे गोकुल सर्किल से शोभायात्रा  निकाली जाएगी जिसमें मण्डल के कार्यकर्ता भाग लेंगे। नववर्ष समारोह एवं ट्रस्ट के अध्यक्ष का श्री जी उपासना संगम  द्वारा नव संवत्सर 2072 चैत्र प्रतिपदा शनिवार को नववर्ष समारोह परम श्रद्धेय गुरुदेव पं. घनश्याम आचार्य के सानिध्य में  श्रीरामसर रोड़ स्थित धरणीधर महादेव प्रांगण में बड़े ही धूमधामपूर्वक एवं आनन्दोत्साह के साथ मनाया गया। समारोह  की अध्यक्षता  अशोक आचार्य ने की। इस सुअवसर पर ट्रस्ट के सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से श्री  जी उपासना संगम के अध्यक्ष पद पर राजेश मोटियार को मनोनीत किया गया। जिन्हें शॉल एवं साफा पहनाकर उनका  हार्दिक अभिनन्दन भी किया गया। नव वर्ष समारोह में परम श्रद्वेय पं. जुगलकिशोर ओझा पुजारी बाबा, बालकिशन  आचार्य एवं पं. रुपकिशेार ओझा के नेतृत्व में 21 ब्राह्मणों का सम्मान किया गया तथा उन्हें पंचाग का वितरण किया गया,  जिनका समस्त ब्राह्मणों द्वारा सामुहिक रूप से वाचन किया गया। इस अवसर पर पं. जुगलकिशोर ओझा (पुजारी  बाबा) ने कहा कि हिन्दु नव वर्ष को ही वर्ष का शुभारंभ होता है, इस तथ्य को वैज्ञानिक भी अब मानने लग गये है। हिन्दु  नववर्ष मनाने का उद्देश्य जनता में सनातन प्राचीन परम्पराओं प्रचार-प्रसार करना एवं उन्हें याद दिलाना है। इसी अवसर  पर पं. रुपकिशोर ओझा ने भी नववर्ष के बारें में अपने विचार रखें। डॉ. पंडित घनश्याम आचार्य ने इस अवसर पर कहा कि  विक्रम संवत् सम्राट विक्रमादित्य के नाम से शुरू हुआ है, क्योंकि उनके राज्य में कोई भी कर्जदार नहीं था। प्राचीन ग्रंथों में  ऐसा उल्लेख है कि नववर्ष उसी शासक के नाम से शुरू हो सकता है जिसके राज्य में कोई किसी का कर्जदार न हो या यदि  कोई कर्जदार होता तो शासक द्वारा उसका कर्जा चुकाया जाता था तथा उन्होंने बताया कि आज के दिन ही ब्रह्माजी ने  सृष्टि की रचना की थी तथा आज ही धरती माता की 1,95,58,85,117 वीं वर्षगाँठ है।समारोह में श्री गंगा जुबली पिंजरा  प्रोल गौशाला के मंत्री रामगोपाल अग्रवाल, श्री जी धूमावती चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश मित्तल, श्री जी उपासना  संगम के नवीन अध्यक्ष राजेश मोटियार, पूर्वाध्यक्ष प्रेमरतन जैन, संजय गोयल, अनिल शर्मा, दाऊलाल खुडिया,  केशरीसिंह भाटी, प्रवेश गोयल, भंवरलाल चाण्डक, राधेश्याम पंचारिया, चांदरतन मोदी, नितिन मोदी एवं आदि सहित  काफी बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया।

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HINDU ASTHA

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