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रुद्र अर्थात भगवान शिव
भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है इसीलिये इन्हें भगवान आशुतोष भी कहा गया है ।
रुद्राभिषेक यानि भगवान शिव का   रुद्रष्टाध्यायी के मन्त्रों द्वारा अभिषेक करना ।
रुद्राभिषेक वैसे तो हम कभी भी करें फलदायी ही होता है  लेकिन श्रावण मास भगवान शिव का प्रिय मास है । इसीलिए श्रावण मास में रुद्राभिषेक का महत्व कई गुणा बढ़ जाता है । श्रावण मास भगवान शिव का अभिषेक करना विशेष फलदायी होता है । श्रावण मास में अभिषेक एवम महामृत्युंजय अनुष्ठान सबसे ज्यादा होते है ।
शिव पूजा सनातन धर्म में सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है । जिसका फल हमें तुरन्त प्रभाव से मिलता है । शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल एवं श्रेष्ठ तरीका है अभिषेक करना💐💐
भगवान शिव का अभिषेक करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है एवम सभी प्रकार के रोग दोषों का नाश होता है ।
शिव महापुराण में रुद्राभिषेक हेतु अलग-अलग द्रव्यों का विधान है -
शुद्ध जल से अभिषेक करना से इंद्रदेव वर्षा करते है ।
दुःख, शारीरिक रोगों का निवारण हेतु कुशा के जल से अभिषेक करें ।
घर एवम वाहन का सुख चाहते है तो दही से भोलेनाथ का अभिषेक करें ।
गन्ने का अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी की कृपा बरसती है एवम कर्ज से मुक्ति मिलती है ।
मोक्ष प्राप्ति हेतु तीर्थों के जल से अभिषेक करें ।
पुत्र प्राप्ति हेतु गाय के दूध से अभिषेक करें ।
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कथाव्यास कैलाश शास्त्री(खाण्डल)
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HINDU ASTHA

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