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खबर - लक्की अग्रवाल
श्रीमाधोपुर। ग्राम पंचायत फुटाला मेंं संचालित श्रीराम कृष्ण गौशाला परिसर में जालपाली संत रामलखन दास महाराज के सानिध्य में चल रहें सप्तदिवसीय १०८ कुड़ात्मक श्रीगोपुष्टि गोपाल महायज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार को यजमानों के द्वारा पुरूष सुक्त तथा गोसूक्त की दो लाख पच्चीस हजार आहुतियां दी गई। यज्ञाचार्य वैदिक गणपति विश्वनाथ शास्त्री ने यजमानों को बताया कि गाय भारतीय सभ्यता व संस्कृति का एक अहम अंग हैं यदि भारत में गाय का जीवन सुरक्षित हैं तो भारतीय संस्कृति भी सुरक्षित होगी। बिना गाय के सुरक्षित भारतीय संस्कृति की सुरक्षा की कोई कल्पना नहीं की जा सकती। महायज्ञ में रैवासा धाम से पधारे अग्रणीय पीठाश्वर राघवचार्य महाराज ने भी गोसंवर्धन तथा गो सम्पोषण पर प्रकाश डालते हुए गाया को भगवान की आराध्या हैं साथ ही में सीकर से आई कथावाचक सुश्री नवलबाईसां ने भी गो कथा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान स्वंय गोसवंर्धन के लिए पृथ्वी पर गोपाल बनकर आये थे।
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