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फोटो - लक्ष्मीकांत जोशी 

सीकर। खान एवं वन राज्यमंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा है कि संगठनों एवं उपजातियों के नाम बिखरे ब्राह्मण समाज को आज एकजुट होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज के पास इतनी ताकत है कि वह उसे स्वयं नहीं पहचान पा रहा है। उन्होंने ब्राह्मण समाज को भारतीय संस्कृति का पथप्रदर्शक बताते हुए कहा कि आज समाज में एक दूसरे संगठन को नीचा दिखाने की कोशिशे होती रहती है, जो दुर्भाग्य की बात है। वन राज्यमंत्री ने यह बात रविवार को सीकर के राणी सती गार्डन में आयोजित राजस्थान ब्राह्मण महासभा के दीपावली स्नेहमिलन समारोह एवं कार्यकारिणी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित लोगों से कही।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज में जागृति आ रही है। आदिवासी जैसे क्षेत्रों में भी समाज के लोगों में शिक्षा आदि जैसी जागृति देखने को मिल रही है। समाज में अभाव है तो वह एकता का है। हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए कि जिस प्रकार से बादाम, काजू, किसमिस व अखरोट मिलकर मेवे का रूपधारण करते हैं उसी प्रकार हम सब को मिलकर मेवे का रूपधारण करना है। समाज में किसी प्रकार का रागवेश नहीं होना चाहिए। तभी हमारा समाज विकास की राह पर तीव्र गति से चल पाएगा। उन्होंने कहा कि आज संसार में हर व्यक्ति अमृत आनन्द की खोज में हैं, लेकिन जब तक हम महिलाओं का आदर सत्कार नहीं करेंगे तब तक यह खोज बेमानी है।
दीपावली स्नेहमिलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व काबिना मंत्री राजेन्द्र पारीक ने अपने जोशीले अन्दाज में कहा कि आज ब्राह्मण समाज का युवा वर्ग उपेक्षित है। आज समाज के युवा वर्ग को उपयोग लिया जा रहा है। हम लोग समाज को कोई नई सोच नहीं दे पा रहे हैं। जो निराशा जनक है। उन्होंने कहा कि नौजवानों का ईस्तमाल करना छोडऩा होगा और उनको उज्जवल भविष्य का लक्ष्य बताना होगा तभी नौजवानों का विश्वास समाज का नेतृत्व करने वाले लोगों पर कायम रहेगा। उन्होंने आरक्षण की चर्चा करते हुए कहा कि दृढ़निश्चय करने से ही कुछ हासिल हो सकता है। आज मांगने से कुछ नहीं मिलता बल्कि छीनना पड़ता है।
पूर्व काबिना मंत्री पारीक ने कहा कि बिना शिक्षा के किसी समाज का उत्थान नहीं हो सकता। आज भी हम लोग पूरातन परम्परा के अनुसार ही चल रहे हैं। हमें पुरानी परम्पराओं को छोडक़र नई दिशा में कदम रखना होगा। समाज के युवा वर्ग को सच्चे दिल से साथ लेकर चलना होगा। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की चर्चा करते हुए कहा कि जब मैं सन् 1990 में विधानसभा में पहुंचा था तो हमारे समाज के 36 मेम्बर थे, लेकिन अब वर्तमान में 12 ही रह गए है, जो समाज में एकता नहीं होना दर्शाता है। समारोह में शहर विधायक रतनलाल जलधारी ने कहा कि समाज के विकास के लिए उच्च शिक्षा जरूरी है।
युवा वर्ग उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद सरकारी नौकरी में बड़े पदों के साथ अपना नीजि व्यापार भी सखुशल कर सकता है। इसलिए समाज में शिक्षा सर्वोपरी है। कार्यक्रम के प्रारंभ में राजस्थान ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष पुरूषोत्तम पाण्डेय ने स्वागत भाषण देते सभी आगन्तुक अतिथियों का अभिनन्दन किया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि वन राज्यमंत्री राजकुमार रिणवां ने भगवान परशुराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया। समारोह के प्रारंभ में आगन्तुक अतिथियों का माल्यार्पण कर एवं साफा पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में हाल ही में आरजेएस परीक्षा में चयनित होने पर कल्पना पारीक सहित अन्य प्रतिभावान छात्र-छात्राओं तथा समाज के लिए उत्कृष्ठ कार्य करने वालों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। 
कार्यक्रम में राजस्थान ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा, कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष ललित मिश्रा, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष मधुसुदन शर्मा, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेशाध्यक्ष सरस्वती गौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा पाण्डे, जिलाध्यक्ष श्रीमती अनिता शर्मा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश शर्मा, सहित, लक्ष्मणगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष चांदनी शर्मा, मोहरसिंह गौड़, महेश प्रधान, जिला महामंत्री पवन पारस, शहर अध्यक्ष सुभाष रूंथला, गिरीश प्रधान, अनिल डोकवाल के अलावा राजस्थान ब्राह्मण महासभा, आरक्षण मंच, महिला प्र्रकोष्ठ तथा युवा प्रकोष्ठ के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
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HINDU ASTHA

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