जय श्री राम
आज का हिन्दू पंचांग
दिनांक - 28 अक्टूबर 2025
दिन - मंगलवार
विक्रम संवत 2082
शक संवत -1947
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - हेमंत ॠतु
मास - कार्तिक
पक्ष - शुक्ल
तिथि - षष्ठी सुबह 07:59 तक सप्तमी
नक्षत्र - पूर्वाषाढा दोपहर 01:45 तक तत्पश्चात उत्तराषाढा
योग - सुकर्मा सुबह 07:51 तक तत्पश्चात धृति
राहुकाल - शाम 03:14 से शाम 04:39 तक
सूर्योदय - 06:43
सूर्यास्त - 06:48
दिशाशूल - उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण - छठ पूजा
विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
बुधवारी अष्टमी
29 अक्टूबर 2025 बुधवार को (सुबह 09:23 से 30 अक्टूबर सूर्योदय तक) बुधवारी अष्टमी है ।
मंत्र जप एवं शुभ संकल्प हेतु विशेष तिथि
सोमवती अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी, बुधवारी अष्टमी – ये चार तिथियाँ सूर्यग्रहण के बराबर कही गयी हैं।
इनमें किया गया जप-ध्यान, स्नान , दान व श्राद्ध अक्षय होता है। (शिव पुराण, विद्यश्वर संहिताः अध्याय 10)
गौ-पूजन से सौभाग्यवृद्धि
30 अक्टूबर 2025 गुरुवार को गोपाष्टमी पर्व है ।
कार्तिक शुक्ल अष्टमी को ‘गोपाष्टमी’ कहते हैं | यह गौ-पूजन का विशेष पर्व है | इस दिन प्रात:काल गायों को स्नान कराके गंध-पुष्पादि से उनका पूजन किया जाता है | इस दिन गायों को गोग्रास देकर उनकी परिक्रमा करें और थोड़ी दूर तक उनके साथ जायें तो सब प्रकार की अभीष्ट सिद्धि होती है | सायंकाल जब गायें चरकर वापस आयें, उस समय भी उनका आतिथ्य, अभिवादन और पंचोपचार-पूजन करके उन्हें हरी घास, भोजन आदि खिलाएं और उनकी चरणरज ललाट पर लगायें | इससे सौभाग्य की वृद्धी होती है |
पंडित रामगोपाल डोलियां
